धनतेरस पर धातु बर्तनों की खरीदारी का महत्व – क्या खरीदें और क्या नहीं

धनतेरस पर क्या खरिदना चाहिए ! Dhanteras par kya kharide

"धनतेरस पर बर्तन खरीदते समय ध्यान दें: क्या शुभ है और क्या नहीं?"

धनतेरस का महत्व

धनतेरस हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा सदियों पुरानी है, और इसे शुभ और समृद्धि लाने वाला माना जाता है। यह पर्व विशेष रूप से धन, समृद्धि, और स्वास्थ्य से जुड़ा है। इस दिन देवी लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर, और आयुर्वेद के देवता धन्वंतरि की पूजा की जाती है।

क्यों महत्वपूर्ण है धनतेरस पर धातु के बर्तन खरीदना?

धनतेरस पर धातु के बर्तन खरीदने की प्रथा के पीछे कई धार्मिक और सांस्कृतिक कारण होते हैं:

  • समृद्धि का प्रतीक:
    धातु को हिंदू धर्म में समृद्धि और धन का प्रतीक माना गया है। बर्तन विशेष रूप से घर की स्थिरता और परिवार की सुख-समृद्धि का प्रतीक होते हैं।
  • स्वास्थ्य का प्रतीक:
    प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, तांबे और पीतल जैसे धातुओं के बर्तन में भोजन और पानी का सेवन करने से स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह हमारे पूर्वजों द्वारा बताया गया है कि इन धातुओं में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं।
  • शुभ फल प्राप्त करना:
    धनतेरस पर धातु के बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है क्योंकि इससे देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। यह दिन खासतौर पर लक्ष्मी पूजा के लिए होता है और बर्तन खरीदने से घर में लक्ष्मी का वास होता है।
  • कुबेर की पूजा:
    कुबेर को धन के देवता माना जाता है, और धनतेरस के दिन धातु के बर्तन खरीदना कुबेर की कृपा को प्राप्त करने का एक तरीका माना जाता है।

धनतेरस के दिन हर धातु के बर्तन खरीदने के अपने अलग-अलग फायदे होते हैं। लेकिन कुछ धातुएं विशेष रूप से शुभ मानी जाती हैं:

  • चांदी के बर्तन:
    चांदी को शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। यह मन और शरीर को शीतलता प्रदान करता है। धनतेरस पर चांदी के बर्तन खरीदने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि आती है।
  • खरीदने के लिए:
    चांदी के गिलास, कटोरी, थाली, या चम्मच।
  • तांबे के बर्तन:
    तांबा स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी माना गया है। यह शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और पाचन क्रिया को सुधारता है। धनतेरस पर तांबे के बर्तन खरीदना शुभ होता है और इससे घर में स्वास्थ्य और खुशहाली बनी रहती है।
  • खरीदने के लिए:
    तांबे के लोटा, पानी पीने की बोतल, या जग।
  • पीतल के बर्तन:
    पीतल को भी शुभ माना जाता है और इसका उपयोग पूजा के बर्तनों में होता है। माना जाता है कि पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल करने से देवी लक्ष्मी की कृपा मिलती है।
  • खरीदने के लिए:
    पीतल के दीपक, कलश, या घंटी।
  • स्टील के बर्तन:
    आधुनिक समय में स्टेनलेस स्टील के बर्तन भी खूब प्रचलित हैं। धनतेरस पर स्टील के बर्तन खरीदना भी शुभ माना जाता है। ये टिकाऊ होते हैं और घर के रोज़मर्रा के कामों के लिए उपयुक्त होते हैं।
  • खरीदने के लिए:
    स्टील के पतीले, कढ़ाई, या थाली।

धनतेरस पर सभी प्रकार की धातुएं या बर्तन खरीदना शुभ नहीं माना जाता है। कुछ चीजें ऐसी भी हैं जिन्हें खरीदने से बचना चाहिए:

  • कांच के बर्तन:
    कांच के बर्तन को नाजुक और अस्थिरता का प्रतीक माना जाता है। धनतेरस पर कांच के बर्तन खरीदने से बचना चाहिए क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा और आर्थिक अस्थिरता को आकर्षित कर सकता है।
  • प्लास्टिक के बर्तन:
    प्लास्टिक के बर्तन पर्यावरण के लिए हानिकारक होते हैं और धनतेरस के शुभ अवसर पर इनका उपयोग करना अनुचित माना जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा नहीं होता।
  • लोहे के बर्तन:
    लोहे के बर्तन को भी धनतेरस के दिन खरीदने से बचना चाहिए। लोहे को सामान्यतः कठोरता और कठिनाइयों का प्रतीक माना जाता है। इससे आर्थिक कठिनाइयां और समस्याएं घर में आ सकती हैं।
  • पुराने या इस्तेमाल किए हुए बर्तन:
    धनतेरस पर हमेशा नए बर्तन खरीदना चाहिए। पुराने या पहले से इस्तेमाल किए गए बर्तन इस दिन शुभ नहीं माने जाते हैं। इसका कारण यह है कि पुराने बर्तन में पहले से नकारात्मक ऊर्जा हो सकती है।

धनतेरस पर धातु के बर्तन खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है ताकि आप सही चीज़ें खरीद सकें और आपकी समृद्धि बढ़े:

  • धातु की गुणवत्ता देखें:
    जब भी बर्तन खरीदें, धातु की शुद्धता और गुणवत्ता का ध्यान रखें। खासकर चांदी और तांबे के बर्तन खरीदते समय उनकी शुद्धता प्रमाणित होनी चाहिए।
  • शुभ मुहूर्त में खरीदारी करें:
    धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में बर्तन खरीदने से विशेष फल प्राप्त होते हैं। इससे देवी लक्ष्मी और कुबेर की विशेष कृपा मिलती है।
  • खरीदारी में अति न करें:
    धनतेरस का असली उद्देश्य धन और समृद्धि लाना है, न कि दिखावा करना। इसलिए खरीदारी में जरूरत से ज्यादा खर्च करने से बचें।
  • पूजा के लिए उपयोग करें:
    बर्तन खरीदने के बाद उन्हें सीधे इस्तेमाल न करें। पहले उन्हें साफ करके देवी लक्ष्मी और कुबेर की पूजा में शामिल करें, फिर उनके उपयोग की शुरुआत करें।

धनतेरस पर केवल धातु के बर्तन ही नहीं, अन्य चीजें खरीदना भी शुभ माना जाता है:

  • सोने या चांदी के आभूषण:
    धनतेरस पर सोने या चांदी के आभूषण खरीदना अत्यधिक शुभ माना जाता है। यह देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका माना गया है।
  • गणेश और लक्ष्मी की मूर्तियाँ:
    धनतेरस पर देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की चांदी या पीतल की मूर्तियाँ खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। इससे पूरे साल घर में समृद्धि बनी रहती है।
  • धनिया के बीज:
    कुछ क्षेत्रों में धनतेरस के दिन धनिया के बीज खरीदने की परंपरा है। यह सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

धनतेरस पर धातु के बर्तन खरीदना शुभ और समृद्धि लाने वाला माना जाता है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और आज भी लोग इसका पालन करते हैं। ध्यान रखें कि धनतेरस पर सही धातु के बर्तन खरीदें और उन वस्तुओं से बचें जो अशुभ मानी जाती हैं। सही चीज़ें खरीदकर और पूजा करके आप अपने जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि ला सकते हैं।


Leave a Reply